एयरपोर्ट से एक ही इंटरनेशनल फ्लाइट उड़ानी थी तो क्यों खर्चे 1400 करोड़

चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 1400 करोड़ खर्च हुए। दावे किए गए थे कि यहां से इंटरनेशनल फ्लाइट्स उड़ेंगी। लेकिन एक-एक कर सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स बंद हो रही हैं। अब सिर्फ शारजाह की सीधी फ्लाइट ही बची है। एयर इंडिया ने दिसंबर 2017 में चंडीगढ़ से बैंकॉक के बीच सीधी फ्लाइट शुरू की थी। फ्लाइट की ऑक्युपेंसी भी 60-70 फीसदी थी। 



एविएशन सेक्टर में इसे प्रोफिटेबल फिगर माना जाता है। लेकिन जुलाई 2018 में हज यात्रियों के लिए एयरक्राफ्ट की कमी के नाम पर यह फ्लाइट एयर इंडिया ने बंद कर दी। इसके बाद रनवे एक्सटेंशन का काम शुरू हो गया। इसके बाद एयर इंडिया ने कमर्शियल वायबिलिटी न होने का बहाना बनाकर इसे परमामेंट तौर पर बंद कर दिया। अब इंडिगो ने 14 दिसंबर से 15 फरवरी तक अपनी चंडीगढ़-दुबई फ्लाइट रद‌ करने का फैसला कर लिया है।


ऐसे में इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बस एक ही फ्लाइट बची है। ऐसे में इसका क्या फायदा। मोहाली में 5 और 6 दिसंबर को पंजाब प्रोग्रेसिव समिट हो रही है। इसमें विदेशों से भी इन्वेस्टर्स आएंगे। जब एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल फ्लाइट्स ही नहीं हैं तो विदेशी कैसे इन्वेस्ट करने का प्लान बनाएंगे। क्योंकि चंडीगढ़ से उनके लिए कोई सीधी एयर कनेक्टिविटी ही नहीं है।


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